नेशनल डेस्क: भारतीय यूज़र्स के बीच अब स्वदेशी ऐप्स को अपनाने की बढ़ती मांग के बीच Zoho Mail तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। जोहो कॉर्पोरेशन, जो Arattai App के लिए जानी जाती है, ने अपने ईमेल प्लेटफॉर्म को ऐसा बनाया है कि बहुत से लोग अब Gmail छोड़कर Zoho Mail का इस्तेमाल करने लगे हैं। अगर आप भी Zoho Mail पर अकाउंट बनाने का सोच रहे हैं, तो जान लें कि इस प्लेटफॉर्म के कौन-कौन से फीचर्स इसे Gmail से अलग बनाते हैं।
बड़े अटैचमेंट भेजना आसान
Zoho Mail के जरिए आप एक बार में 1GB तक की फाइल अटैच कर भेज सकते हैं। अगर फाइल साइज 1GB से अधिक है, तो Zoho अपने आप फाइल का लिंक बना देता है और ईमेल में अटैच कर देता है।
इसके विपरीत, Gmail में केवल 25MB तक की फाइल भेजी जा सकती है, और 25MB से ऊपर की फाइलें Google Drive पर अपलोड होकर लिंक के रूप में शेयर होती हैं।
S/MIME Security के साथ सुरक्षित ईमेल
Zoho Mail स्टैंडर्ड TLS एन्क्रिप्शन के अलावा S/MIME सपोर्ट भी देता है। इससे यूज़र के ईमेल और डेटा की सुरक्षा और बढ़ जाती है, और संवेदनशील जानकारी भेजने में सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
Smart Filters से आसान इनबॉक्स मैनेजमेंट
Zoho Mail का Smart Filters फीचर खुद-ब-खुद आने वाले ईमेल को स्कैन कर उन्हें अलग-अलग फोल्डरों में कैटेगराइज कर देता है, जैसे नोटिफिकेशन, न्यूजलेटर या प्रमोशनल ईमेल।
इससे जरूरी ईमेल जल्दी ढूंढना और इनबॉक्स साफ रखना आसान हो जाता है।
Email Retention और eDiscovery
➤ Zoho Mail कंपनियों और प्रोफेशनल यूज़र्स के लिए डेटा मैनेजमेंट की सुविधा देता है।
➤ Email Retention: सभी ईमेल का बैकअप रखा जा सकता है।
➤ eDiscovery: कानूनी जरूरतों के लिए किसी खास ईमेल को आसानी से ढूंढा जा सकता है।
➤ ये फीचर्स बिज़नेस और ऑफिस यूज़ के लिए इसे खास बनाते हैं।
Integrated Productivity Tools
➤ Zoho Mail में कई प्रोडक्टिविटी टूल्स जैसे नोट्स, कैलेंडर, कॉन्टैक्ट्स और बुकमार्क्स भी शामिल हैं।
➤ इसका मतलब है कि अलग-अलग ऐप्स पर स्विच करने की जरूरत नहीं और आपका काम एक ही जगह पर पूरा हो जाता है।