अगर भाजपा इंसाफ सुनिश्चित करने में नाकाम रही तो हम संघर्ष को हर गांव और कोने तक ले जाएंगे: हरपाल सिंह चीमा
हम मिलकर न्याय, समानता और बाबा साहिब के संविधान की रक्षा के लिए लड़ेंगे, भाजपा अपनी नफरत की राजनीति में सफल नहीं होगी: हरपाल चीमा
चंडीगढ़:आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की और हरियाणा के दिवंगत आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई. पूरन कुमार के मामले में आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की।
पंजाब के वित्त मंत्री और वरिष्ठ ‘आप’ नेता एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा, सांसद डॉ. राज कुमार छब्बेवाल, विधायक डॉ. सुखविंदर सिंह सुखी, डॉ. चरणजीत सिंह, मनविंदर सिंह ग्यासपुरा, गुरप्रीत सिंह जीपी, पवन कुमार टीनू, रॉबिन सांपला और बलजिंदर सिंह चौंदा सहित वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में जाति आधारित उत्पीड़न और भेदभाव की इस घटना की कड़ी निंदा की गई, जो एक आईपीएस अधिकारी की दुखद मृत्यु का कारण बनी।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा, ‘राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया है कि मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।’
मीडिया से बातचीत में वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी के ‘अंतिम नोट’ में दर्ज सभी अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने और गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘‘एक हफ्ते से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन दिवंगत वाई. पूरन कुमार द्वारा नामित हरियाणा के डीजीपी और अन्य अधिकारी अब तक खुले घूम रहे हैं। यह भाजपा के पक्षपात और न्याय के प्रति उसकी पूर्ण उपेक्षा को दर्शाता है, खासकर जब पीड़ित दलित समुदाय से संबंधित हैं।’
‘आप’ नेता ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधने के लिए भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने स्थिति की गंभीरता के बावजूद अब तक एक शब्द भी नहीं कहा। चीमा ने कहा, ‘‘भाजपा की अनुसूचित जाति/जनजाति नागरिकों की रक्षा करने में विफलता उसके शासित राज्यों में उनके खिलाफ बढ़ते अपराधों से साफ झलकती है।’’
प्रतिनिधिमंडल ने भारत के मुख्य न्यायाधीश पर हुए हालिया हमले की भी निंदा की और इसे ‘‘देश की सर्वाेच्च न्यायिक संस्था का अपमान करने की सुनियोजित कोशिश’’ बताया। वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि भाजपा लगातार संवैधानिक संस्थाओं और पिछड़े वर्गों को लगातार कमजोर कर रही है।
‘आप’ ने मांग की कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अपनी चुप्पी तोड़े और अनुसूचित जाति/जनजाति नागरिकों को जाति-आधारित अत्याचारों से बचाने के लिए तत्काल कदम उठाए। वित्त मंत्री चीमा ने स्पष्ट ऐलान करते हुए कहा, ‘‘हम भाजपा को बाबा साहिब डॉ. बी.आर. अंबेडकर द्वारा रचित संविधान को नष्ट नहीं करने देंगे। भाजपा उन अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही है जो बाबा साहिब ने दलितों, पिछड़ों और गरीबों को दिए थे। हम ऐसा कभी नहीं होने ’’
‘आप’ प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो पार्टी इस संघर्ष को देश के हर गांव और हर कोने तक ले जाएगी। हरपाल सिंह चीमा ने कहा, ‘‘हम न्याय, समानता और भारत के संविधान की रक्षा के लिए एकजुट होकर संघर्ष करेंगे।’’