कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र की पावन धरती से एक लाख से अधिक लोगों ने एकसाथ योग करके न केवल प्रदेशवासियों, बल्कि देश के लोगों को योग युक्त-नशा-मुक्त हरियाणा का संदेश देने का काम किया। योग गुरु स्वामी रामदेव के सानिध्य में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने योग की क्रियाएं की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि रहे, जबकि आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने अध्यक्षता की। कार्यक्रम में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, आचार्य बालकृष्ण, सांसद नवीन जिंदल सहित आयुष विभाग के अधिकारी भी मंच पर रहे मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि आज पूरा विश्व योगमय हो गया है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। पिछले 25 दिनों में प्रदेश सरकार की तरफ से की गई अलग-अलग एक्टिविटी के तहत हरियाणा में हर रोज योग के साथ जुड़कर लोगों ने इसका फायदा उठाया है। योग व्यायाम का रूप का नहीं है, यह जीवन को स्वस्थ ढंग से जीने की कला है और जीवन में हमें इसे धारण करना चाहिए। मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन शुरू हो गया। इस कारण मुख्यमंत्री ने अपनी संबोधन जल्द समाप्त किया। प्रधानमंत्री का संबोधन आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से देशभर में लाइव चला। प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृ़ष्ण, मंत्री आरती राव सहित तमाम अधिकारी मेला ग्राउंड पहुंचे, जहां प्रदेश भर से आए बच्चों के लिए इंतजाम किए गए थे। यहां पर स्वामी रामदेव ने बच्चों को एक बार फिर योग क्रियाएं करवाई। यहां पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पतंजलि के कार्यकर्ताओं की सेवा की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम जो सफल हुआ है, उनके जज्बे का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने धरती को छूकर पतंजलि के कार्यकर्ताओं को प्रमाण किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर किए कई बड़े ऐलान
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ब्रह्मसरोवर के पुरुषोतमपुरा बाग स्थित मंच से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने संबोधन में कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 883 योग एवं व्यायामशालाएं चल रही हैं और 100 और नई योग एवं व्यायामशालाएं खोली जाएंगी। श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय ध्यान केंद्र खोला जाएगा। योग और प्राकृतिक चिकित्सा को आयुष चिकित्सा प्रणाली से जोड़ा जाएगा और इनका राज्यकीय पंजीकरण शुरू होगा। इसके साथ-साथ योग पर शोध को बढ़ावा देने के लिए योग लेखक प्रोत्साहन योजना शुरू की जाएगी और उत्कृष्ट लेखकों को हर वर्ष सम्मानित किया जाएगा। सरकारी स्कूलों में योग प्रदर्शन का मूल्यांकन यानि क्रेडिट आधारित प्रणाली को शुरू किया जाएगा, जबकि कालेज और विश्वविद्यालय स्तर पर योग पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। खेल विभाग में 40 योग शिक्षकों की भर्ती जल्द की जाएगी और योग को खेल के रूप में प्रभावी बनाने के लिए अनुभवी कोच भर्ती किए जाएंगे। प्रदेश के प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में वाई ब्रेक शुरू किया जाएगा, पांच मिनट के इस वाई ब्रेक यानि योग ब्रेक को शुरू करने का उद्देश्य कर्मचारियों को तनाव मुक्त माहौल प्रदान करना है।









