2024-08-10 09:17:50 ( खबरवाले व्यूरो )
नई दिल्ली: रूस की सेना में अभी कम से कम 69 भारतीयों के होने की सूचना भारत सरकार के पास है और इन सभी को स्वदेश लाने की कोशिश जारी है। यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में दी।
उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत सरकार यह मानती है कि कई भारतीय नागरिकों को गलत सूचनाओं के आधार पर रूस की सेना में भर्ती किया गया है। वैसे रूस की सरकार इनको वापस भेजने को तैयार है और इस बारे में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।जयशंकर ने यह भी बताया कि सरकारी एजेंसियां उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं, जो गलत सूचनाओं के आधार पर भारतीयों को रूस की सेना में भेजने का काम कर रहे थे। अभी तक सीबीआई ने इस मामले में 19 लोगों या एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इस मामले में सरकार को 10 ऐसे लोगों की भी जानकारी मिली है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानव तस्करी में जुटे हैं और भारतीयों को भी इसका शिकार बनाया जाता है।
जयशंकर ने कहा, 'हमें इस निर्णय पर नहीं पहुंच जाना चाहिए कि रूस इन भारतीयों को वापस भेजने में मदद नहीं कर रहा। हमें रूस ने जो भरोसा दिलाया है उस पर भरोसा करना चाहिए। साथ ही हमारा मकसद किसी के साथ बहस करना नहीं, बल्कि वहां से 69 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने का है। हम यह मानते हैं कि किसी भारतीय नागरिक को विदेशी सेना में काम नहीं करना चाहिए।'
जयशंकर ने यह भी बताया कि इस मुद्दे को पीएम नरेन्द्र मोदी हाल ही में अपनी रूस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति पुतिन के समक्ष उठाया था और बतौर विदेश मंत्री उन्होंने भी कई बार रूस के विदेश मंत्री के साथ इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने बताया कि रूस की सेना में अभी तक कुल 91 भारतीयों के होने की सूचना मिली है। इसमें से आठ की मौत हो चुकी है और 14 को वहां की सेना से हटाया गया है। शेष 69 भारतीयों को स्वदेश लाने का इंतजार है।